Sunday, February 22, 2009

फौलादी सिंह--ब्रह्माण्ड का सबसे शक्तिशाली योध्धा


फौलादी सिंह-डायमंड कॉमिक्स का एक शानदार चरित्र, जो काफी प्रसिद्ध था. फौलादी सिंह की पहली कॉमिक्स 1978 में आयी थी 'फौलादी सिंह और जादुई अंडा'. फौलादी सिंह का कार्य क्षेत्र वस्तुत: अंतरिक्ष ही था. इसीलिए उसे ब्रह्माण्ड का सबसे शक्तिशाली पुरुष कहना अनुचित ना होगा. फलादि सिंह की कहानिया काफी रोचक और नयी होती थी. पाठकों को सपनो की दुनिया में ले जाती थी. फौलादी सिंह वैज्ञानिक शक्तियों से भरी हुई पोषक पहनता था. उसके पास असीमित शक्तियां थी. डॉक्टर जॉन जो फौलादी सिंह के मेंटर थे एक island में रहते थे, उनकी अलग ही दुनिया थी. साथ में ६ इंच का लम्बू भी रहता था. दुसरे ग्रहों के लोह डॉक्टर जॉन से हेल्प मांगने उस द्वीप पर आते थे. I miss फौलादी singh's comics very much.


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Saturday, February 21, 2009

शक्तिपुत्र-राधा कॉमिक्स


शक्तिपुत्र - जब मैंने कॉमिक्स पढना शुरू किया था कुछ कॉमिक्स शक्तिपुत्र का पढ़ा था . शक्तिपुत्र एक बेहतरीन character था . उसकी stories ultimate होती थी . ये राधा कॉमिक्स का एक superhero था जो अब बंद हो चूका है .
शक्तिपुत्र की पहली कॉमिक्स थी यन्त्र दानव का आतंक . जयादातर कहानियाँ अन्तरिक्ष के युध्ध /अपराधी पर आधारित होती थी .
I liked this character very much.


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Friday, February 20, 2009

प्रलयंकारी मणि ---नागराज ?????


यह एक ऐसा कॉमिक्स था , जिसके cover page पर नागराज का सिर्फ नाम था और कॉमिक्स के लास्ट पेज में सिर्फ 1 frame में नागराज का एक फोटो था . पूरी कॉमिक्स में कहीं भी नागराज 1 picture तक नहीं था . क्या किसी दुसरे superhero के साथ ऐसा risk ले सकती थी राज कॉमिक्स . लेकिन फिर भी कॉमिक hit था , क्यूंकि ये कॉमिक्स नागराज के series का एक हिस्सा था . अभी ऐसा रिस्क राज क्कोमिक्स नागराज के साथ भी नहीं ले सकती.
लेकिन फिर भी कुछ कॉमिक्स पुब्लिश हुए है नागराज के ; जिसमे नागराज का रोल बहुत ही कम था e.g. भानुमती का पिटारा , फ्लेमिना , छोटा नागराज .
नागराज एक ऐसा कैरेक्टर है जो सिर्फ अपने नाम से भी कॉमिक्स चला सकता है , किसी दुसरे superhero के नाम में इतना दम नहीं है


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Revival of RAJ COMICS has begin


नागायण
WTS
Born in blood and other
अमर प्रेम
परमात्मा
परीराक्षक भोकाल
Made in India-Steel
दैत्य पुत्र योध्धा


ये सारे अभी चल रहे सीरीज़ के नाम है. अगर आप इन सभी सीरीज़ पर गौर करेंगे तो देखेंगे की सभी सीरीज़ लगभग different concept पर आधारित है.
नागायण से जहाँ रामायण जैसे महागाथा को present करने की कौशिश की गयी, wahin WTS world terrorism par based hai.Born in Blood और डोगा हिन्दू है सीरीज़ जहाँ भारत के आतंरिक समस्याओं को present करता है तो अमर प्रेम एक प्रेम कहानी है.
परीराक्षक भोकाल परियों के मैजिक वर्ल्ड की सैर कराती है तो परमात्मा बिलकुल अलग ही कहानी है.
योध्धा क्या दिखाता है ये तो आनेवाला समय ही बताएगा, लेकिन इतना विश्वास है की जो भी होगा कुछ अच्चा ही होगा.
क्या आपको इतनी विविधता राज कॉमिक्स में एकसाथ कभी देखने को मिली थी अब से पहले, I guess आपलोगों का जवाब ‘NO' ही होगा!!
क्या आप लोगों को ऐसा नहीं लगता की राज कॉमिक्स अब अपने स्तर नई उचाइनों की ओर ले जा रहे है.
बहुत से fans को इनमे से ज्यादातर सीरीज़ पसंद नहीं आ रही है, लेकिन अगर आप विविधता देखेंगे तो ये golden era है राज कॉमिक्स का.
आज हमारी mentality change हो चुकी है इसीलिए story में परिवर्तन होना लाज़मी है और परिवर्तन ही संसार का नियम है.
ये तो गयी कॉमिक्स की बात .
अब आता हूँ fans पर .
आज internet की कृपा से कॉमिक्स की पहुच दूर-दूर तक हो गयी है , जो लोग कॉमिक्स पढना बिलकुल ही छोड़ चुके थे वो अब फिर से कॉमिक्स के साथ जुड़ रहे है . आज आप Orkut में राज कॉमिक्स के नाम से search करेंगे तो आपको 28 community मिलेगी जिसमे कुछ communities के members तो 500 को पार कर चुके है . ये शायद बहुत बड़ा number नहीं है लेकिन इन communities के members का बड़ा हिस्सा 20 age group ऊपर का है जो की ये दर्शाता हा की लोग फिर से जुड़ रहे है , क्यूंकि 20 तक आकार लोग कॉमिक्स पढना छोड़ ही देते है .
में ये तो नहीं कहूँगा की अब फिर से 90s का golden era वापस आ गया है , लेकिन ये तो सिर्फ एक शुरुआत भर है .


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नागराज को सबसे ज्यादा पोपुलर जिसने बनाया.


दोस्तों ,
नागराज को जब lunch किया गया था तब और भी superheroes comics industry में थे.
नागराज के बाद Raj Comics ने ध्रुव , भोकाल , गोजो , योध्धा , अश्वराज , डोगा , परमाणु , भेड़िया , तिरंगा , सुपर इंडियन को भी lunch किया.
लेकिन क्या reason है कि नागराज सबसे आगे निकल गया. कैसे बना वो सबसे popular comic character. क्यूँ होती है सबसे ज्यादा sale नागराज के comics की.
इनके पीछे कई कारण है.
सिर्फ ये कह देना कि राज कॉमिक्स ने नागराज को हमेशा से ज्यादा तबज्जो दिया या फिर नागराज सबसे पहले आया इसीलिए popular हो गया तो ये इस character और इस character को popular बनाने में जिन लोगों का हाथ है उनके साथ नाइंसाफी होगी.
राज कॉमिक्स ने नागराज को तबज्जो देना तब शुरू किया जब नागराज बच्चों के दिलों में छाने लगा .
नागराज के पहले विनाश्दूत को lunch किया गया था . लेकिन विनाश्दूत आज कहीं खो गया है .
मैंने कुछ कारण ढूंढ़ निकाले है , लेकिन इनके अलावा भी बहुत सारे reasons है .
मुझे ये कारण दिखाई दिए .

a) Story of Nagraj comics in initial days.
b) Smartness of Nagraj's character
c) Powers of Nagraj
d) Nagraj went on many world tours in earlier comics
e) Look of Nagraj

a) Story of Nagraj comics in initial days:- नागराज की stories filmy style जैसी होती थी , जिसमे हमेशा से नागराज विजयी होता था और रियलिटी के करीब थी . उसमे fantasy बहुत कम था . में यहाँ पर नागराज के initial days की बात कर रहा हूँ .
b) Smartness of Nagraj's character:- नागराज को बहुत ही ज्यादा smart दिखाया गया था . वो बिलकुल Indian James Bond था . उसके हर काम में smartness झलकती थी . गलतियाँ नहीं दोहराता था , और दुश्मनों से उसकी हार बहुत ही कम होती थी .
c) Powers of Nagraj:-नागराज के powers complete थे , या यूँ कहे की नागराज अपने अप्प में कोम्प्लेते Super Hero था . For example डोगा को हथियार के लिए कुत्ते बुलाना पड़ता है , गोजो भी शक्त्यों को आह्वान करता है , भेड़िया को भेड़ियों को बुलाना पड़ता है और गदा का आवाहन करना पड़ता है , भोकाल को भी गुरुदेव का नाम पुकारना पड़ता है , तिरंगा को ढाल की जरूरत पड़ती है . ध्रुव को star blades पे और परमाणु को nuclear energy पर निर्भर करना पड़ता है . योध्हा को भी धक्घनाघन का सहारा लेना पड़ता है , शक्ति को चंदा का ख्याल रखना पड़ता है . Means नागराज has absolute powers.
d) Nagraj went on many world tours in earlier comics:- इससे स्टोरी बहुत glamorous हो जाती थी . बच्चे जो दुसरे देशों के बारे में सोचते थे उन्हें वो comics की कहानियो में मिल जाता था .
e) Look of Nagraj:- नागराज का चेहरा सबके सामने रहता है , मेंस वो कोई मास्क नहीं लगता है . इसीलिए बच्चे face expression से अपने को relate कर सकते है , जबकि ये बात परमाणु , तिरंगा , दोगा , Steel जैसे हेरोएस के साथ नहीं हो पता है . साथ ही नागराज को काफी handsome भी बनाया गया था . लेकिन ये reason सबके बाद आता है .


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Tuesday, February 17, 2009

~~~MAHARAN - The Great War~~~~

Welcome to the Universe of MAHARAN
अनिश्चित है धर्म की परीभाषा . अनिश्चित है हमारा अस्तित्व . कौन जानता है की भविष्य हमें क्या बुलाएगा - महानायक या खलनायक . जीवन की पृष्ठभूमि में , बुना जा रहा है एक और महा रण जो चुनौती देने वाला है इंसानी भावनाओं, मूल्यों और समस्त जगत के चार -अचर जीवों के असतित्व को. ब्रहमांड खरा है इक ऐसे पशोपेश भरे सवालों के चौराहे पर , जहाँ से आगे जाने का मार्ग तो है, मगर उनका चुनाव कर पाने का तर्क प्रस्तुत नहीं है. जीवन की स्रिष्टी के बाद से काल चक्र ने बहुधा धर्म -अधर्म की खून से लथपथ युद्ध भुमी के मंज़र दिखाए हैं . परन्तु आज स्वयम काल भी अचंभित है ओर मूक प्रत्यक्षदर्शी बन कर खरा है उस महारण का जिसमें दोनों तरफ ही धर्म है. दोनों सेनाएं पहली बार महानायाको से भरी हैं और सवयम सृष्टिकर्ता के लिए ये निर्णय कर पाना नामुमकिन प्रतीत हो रहा है की वो कीसका पक्ष लें .
सारी हरु शक्ती वापीस नहीं जा पाई थी. कुछ रह गयी थी नागराज के जिस्म में क़ैद . और नागराज के शरीर की द्वीगुनित होने की शक्ती पाके (देवताओं की शक्ती), एक नया रुप ले रही थी.
उधर कलकी अवतार भी पूरी तरह से ख़त्म नहीं हो पाया था, किसी विशाल व्रीक्ष के रूट की तरह उसकी जड़ें भी जमीन में धंसी रह गयी थी.
सौदंगी को अपने वतन की याद सताती है, और नागराज भी मौत के सफर पैर निकल चूका है तो दोनों पहुँचते हैं अफ्रीका , जहाँ पैर नागराज जाता है इजिप्ट , सौदंगी के परिवार से मिलने .
वहाँ किसी तरह की तांत्रिक प्रक्रिया में सभी शामिल होते हैं. नागु भी वहीं होता है. और सभी महत्वपूर्ण सर्प नागराज के शरीर से बाहर आके उस प्रक्रिया को देख रहे होते हैं, तभी भूचाल आता है, और तंत्र गोला गिर जाता है, और उससे प्रकाश की तेज चकाचौंध निकल कर नागु के मस्तक मणि से टकराती है.
कोई डैमेज नहीं होता है, पर नागु चीख कर बेहोश हो जाता है . थोरी देर के पश्चात् उसको होश आता है और वो अपने आप को सामान्य महसूस करता है, फिर वो नागराज क शरीर में प्रवेश कर जाता है .
यहीं से कहानी twist लेती है. वो तंत्र शक्ति, नागराज के शरीर में प्रवेश कर जाती है और हरु शक्ती को नागराज के शरीर से निकलने का रास्ता मील जाता है. सवाल की वो पहले क्यों नहीं निकल पा रही थी? क्योंकी पहले नागराज ने उसको शरीर में बंद कर रखा था. लेकिन अब चुकी नागु के पास शरीर से निकलने और घुसने की ताकत है, तो शक्ती पाकर हरु शक्ति को भी निकलने का पथ मील जाता है.
आसपास हरु शक्ती का कोई स्रोत नहीं होता इसलिए, हरु शक्ती जमीन में समाने लगती है, और इस कृया के दौरान , वो कलकी शक्ति की जड़ों से टकराती है. नयी प्रकार की शक्ति के सम्पर्क में आ कर कलकी शक्ती में फीर से जीवन का संचार हो जाता है. साथ, ही वो द्वीगुनित होने वाली शक्ती पाकर, कलकी की जड़ें फीर, धरती के गर्व की तरफ बढ़ने लगती हैं. निकलने का रास्ता मील जाता है. सवाल की वो पहले क्यों नहीं निकल पा रही थी? क्योंकी पहले नागराज ने उसको शरीर में बंद कर रखा था. लेकिन अब चुकी नागु के पास शरीर से निकलने और घुसने की ताकत है, तो शक्ती पाकर हरु शक्ति को भी निकलने का पथ मील जाता है.
आसपास हरु शक्ती का कोई स्रोत नहीं होता इसलिए, हरु शक्ती जमीन में समाने लगती है, और इस कृया के दौरान , वो कलकी शक्ति की जड़ों से टकराती है. नयी प्रकार की शक्ति के सम्पर्क में आ कर कलकी शक्ती में फीर से जीवन का संचार हो जाता है. साथ, ही वो द्वीगुनित होने वाली शक्ती पाकर, कलकी की जड़ें फीर, धरती के गर्व की तरफ बढ़ने लगती हैं.
जैसा की हम सभी जानते हैं, कलकी शक्ती में दीमाग को वश में करने की ताकत थी,और अब हरु शक्ती से मील कर और नागराज की अद्भुत शक्ती की संयोग से वो क्या कहर ढाएगी , जीसका अंत सिर्फ एक ही है जो कहलायेगा महारण.
क्योंकी पहले नागराज ने उसको शरीर में बंद कर रखा था. लेकिन अब चुकी नागु के पास शरीर से निकलने और घुसने की ताकत है, तो शक्ती पाकर हरु शक्ति को भी निकलने का पथ मील जाता है.
आसपास हरु शक्ती को आसपास हरु शक्ती का कोई स्रोत नहीं होता इसलिए, हरु शक्ती जमीन में समाने लगती है, और इस कृया के दौरान , वो कलकी शक्ति की जड़ों से टकराती है. नयी प्रकार की शक्ति के सम्पर्क में आ कर कलकी शक्ती में फीर से जीवन का संचार हो जाता है. साथ, ही वो द्वीगुनित होने वाली शक्ती पाकर, कलकी की जड़ें फीर, धरती के गर्व की तरफ बढ़ने लगती हैं.
जैसा की हम सभी जानते हैं, कलकी शक्ती में दीमाग को वश में करने की ताकत थी,और अब हरु शक्ती से मील कर और नागराज की अद्भुत शक्ती की संयोग से वो क्या कहर ढाएगी , जीसका अंत सिर्फ एक ही है जो कहलायेगा महारण.
अब पूरी दुनिया मचेगी खलबली
क्योंकि ब्रह्माण्ड रक्षक बाँट जायेंगे दो भाग में.
कुछ होंगे पृथ्वी की रक्षा करने के पक्ष में तो कुछ होंगे ब्रह्माण्ड की रक्षा के पक्ष में


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